ज्ञान है असली कसौटी परखने की

ज्ञान है असली कसौटी परखने :-की शिक्षा का असली मतलब क्या है किस तरह से हम शिक्षा प्राप्त करते हैं या उसका सही इस्तेमाल करते हैं , स्कूल जाकर डिग्रियां पाना ही शिक्षा है,अगर कोई स्कूल न गया हो , लेकिन उसने किताबें पढ़ी हों या फिर कहीं से कुछ सीखा हो क्या वो ज्ञानी नहीं है , ये आप पर निर्भर करता है कि आपने सामने वाले कि काबिलियत को परखा है या फिर उसकी डिग्री को क्यूंकि डिग्री तो लोग झूटी भी बनवा लेते हैं और नक़ल से भी लोग डिग्री ले लेते है लेकिन वही सामने से पूछ लिया जाये और आपको उसका ज्ञान ही न हो तो क्या करेंगी आपकी डिग्री हमारे देश मे सबसे ज्यादा शिक्षा का महत्व अध्यापक को दिया जाता है , सबके लिए वही शिक्षक हैं क्योंकि वो हमें ज्ञान देते हैं , क्या डिग्री लेने से ही कोई ज्ञान वादी बन जाता है , क्या कुछ भी सीखने के लिए डिग्रियां जरूरी है , अधिकतर लोग डिग्री को महत्व देते हैं , इंसान के ज्ञान को नहीं, उसके व्यक्तित्व को नही , शिक्षा का असली मतलब ज्ञान होना है , दुनिया मे हर किसी इंसान को पूरा ज्ञान नही , जिसने जो पढा है , या जिसने जो सीखा है , उसे वही ज्ञान है , एक नेता राजनीती जानता है , और एक डॉक्टर पेसेंट को संभालना
जानता है , एक अध्यापक किसी को पढ़ा सकता है , वो इलाज नहीं कर सकता आज के समय मे एक शिक्षक को भी एक विद्यार्थी कुछ सिखा देता है , क्योंकि उसे ज्ञान सिर्फ एक अध्यापक से नही मिलता , उसको ज्ञान मिलता है , उसके साथ रहने वालों से उसके माता पिता, भाई बहन, ओर आज के समय मे बहुत सी सुविधाएं प्राप्त हैं इंटरनेट पर, और वो सभी आपके गुरु बन जाते हैं उस समय में जब वो आपको कुछ सिखा रहे होते हैं आप जैसा देखते हो , या अपने बच्चों को , दोस्तों को या किसी को भी दिखाते हो , बताते हो , उसके मन मे वही ज्ञान के रूप में जाता है, इसलिए कभी भी आपका ज्ञानकाम नहीं होता और न ही आपके ज्ञान को कोई चुरा सकता है ,इसलिए कभी भी किसी कोई कोई शिक्षा दें तो ये न सोचें  कि में क्यों बताऊ इसे बता दिया तो क्या पता ये मुझसे आगे निकल जाए , अगर ऐसा है भी तो आप भी आगे बढ़ सकते हैं , क्यूंकि जिसे ज़िन्दगी में कुछ हासिल करना होगा तो वो कहीं से भी कोई न कोई उसे मिल ही जायेगा ज्ञान देने वाला , आप नहीं बताएंगे तो कोई और बताएगा , इसलिए शिक्षा सिर्फ किताबों से नहीं होती ज़िन्दगी में जब जब आप जिन लोगों से मिलेंगे वहां आपको कुछ नया मिलेगा , आपको कोई अच्छा तो कोई बुरा मिलेगा लेकिन ये भी ज़िन्दगी की शिक्षा होगी , कि आपको क्या सही करा है और क्या गलत शिक्षक किताबी भाषा पढाते हैं पर उसका सही मतलब उसको जानना है , उसे समझना है,क्यूंकि हर शब्द का कोई मतलब होता है ओर सबसे ज्यादा आपके अंदर कितना ज्ञान है या नहीं भी है , आपके व्यक्तित्व पर निर्भर करता है।।
सोमी 

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