क्यों?

क्यों ऐसी चाहत नही मिलती,
जिसके लिए दिल धड़कता है,
जिसके बिना रहना मुश्किल हो,
जिससे एहसास जगते है,
जिसके इंतज़ार में खुशी हो,

 जिसके गमो में दर्द हो,
जिसके लबों पर हँसी हो,
ऐसा हमसफर क्यों नही मिलता,जिसे मेरा इंतज़ार हो,
जिसकी आंखों में खुआब हो,
जिससे ज़िन्दगी हंसती हो,

ऐसा साथी क्यों नही मिलता,
जो मंज़िल तक साथ चले,
 हर राह में हमकदम बने,
ऐसा हमदम क्यों नही मिलता ,
जिससे मन की बाते की जा सके,

ऐसा मसीहा क्यों नही मिलता,
जिसपे खुदको लुटाने को जी चाहे ,
ऐसा हमदम दोस्त क्यों नही मिलता ,
जिससे अपने दर्द बांट सकू,
ऐसा कोई नाम क्यों नही मिलता ,
जो मेरी पहचान बने,
जिसके साथ अपना नाम जोड़ सकूँ,

क्यों ऐसी आंखे नही मिलती ,
जिसकी आंखों में डूब जाने को जी चाहे,
क्यों ऐसा साथी,हमदर्द,हमकदम, हमसफर दोस्त नही मिलता,
जिसपर खुदको मिटाने को जी चाहे,
क्यों कोई ऐसा पल नही मिलता,
ऐसा कोई हमसफर नही मिलता , जिसके सपने संजोने को जी चाहे।।

वो पल नही मिलता,
जिस पल को जी जाने को जी चाहे,
 जिस पल में ठहर जाने को मन चाहे.....😊#Somi

#Sheetal Singh

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