ज़िन्दगी

इंसान जब ज़िन्दगी में आता है एक बच्चे के रूप में तब उसे पता नहीं होता क़ि उसका जीवन केसा होगा और वो क्या करेगा या उसके साथ क्या होगा , पर जिन्दी से जब जाता है तब उसे अपनी ज़िंदगी में किये हुए हर कर्म को याद करना होता है , क़ि क्या अच्छा था और क्या बुरा , किसने साथ दिया और किसने नहीं .. हमारे कर्म हमारी ज़िन्दगी के आखरी वक़्त में हमे हमारी पहचान से हमे रूबरू करवाते है , इसलिए कर्म ऐसे करो क़ि तुम्हारे जाने के बाद लोग तुम्हे याद करे , या जब भी तुम्हारा जिक्र हो यातो उनकी आँखों में तुम्हारे नाम के आंसू और होटों पर मुस्कराहट हो !!@somi 

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