मन नही है मेरा।।
मन नही है मेरा, कुछ करने का,
पर फिर भी मुस्कुराना पड़ता है,
भूल चुकी हूं खुदको,
शायद खुदसे खुदको मिलना पड़ता है,
जो सो चुके है जज्बात दिलों के,
उनको जगाना पड़ता है,
सबसे दूर भागती हू,
पर खुदसे नजरें मिलाना पड़ता है,
जो पास नही भूल जा उसको
ये खुदको य
दर्द बहुत है इस दिल मे,पर
हर पल में मुस्कुराना पड़ता है,
किसी से न सही पर खुदसे प्यार करना है,
ये खुदको समझाना पड़ता है,
कोई नही सहलाने वाला ,
इसलिए खुदको सहलाना पड़ता है,
न चाह कर भी खुदको हंसाना पड़ता है,
कैसे छोड़ दु में इस दिल का साथ,
जो तन्हाई से डरता है,
मांगता ही क्या है ये,
बस प्यार से सम्भलता है,
कैसा एहसास जगता है,
मिल जाये थोड़ी खुशी तो नाच उठता है,
पर यहां कौन समझता है,
मन नही है मेरा,
पर खुदका हाल तो सुनना पड़ता है।
मन नही है मेरा,
पर खुदका हाल तो सुनना पड़ता है।।
हर बात पर मुस्कुराना तो पड़ता है।।
हर बात पर मुस्कुराना तो पड़ता है।।
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